इस्लाम और मुसलमानों के नाम पर अस्तित्व में आया पाकिस्तान अपनी स्थापना के बाद से सबसे कठिन हालात का सामना कर रहा है।
ऐसे में खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान जल्द ही यहूदी धर्म के अनुयायियों के लिए एक अलग देश के नाम पर फिलिस्तीन को हड़प कर बने अवैध राष्ट्र इस्राईल को मंजूरी दे सकता है।
इस्लामाबाद से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने कहा है कि पाकिस्तान इस्राईल के साथ संबंधों के मुद्दे पर देश के हित के मुताबिक फैसला करेगा। कोई भी फैसला लेते वक्त वह फिलिस्तीन के हितों को भी ध्यान में रखेगा।
गौरतलब है कि ज़ायोनी सरकार के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा है कि सऊदी अरब के साथ छह या सात अन्य मुस्लिम देश इस्राईल को मान्यता देंगे। उन्होंने कहा कि रियाज़ और तल अवीव के बीच शांति का मतलब यहूदियों और मुसलमानों के बीच शांति है। ज़ायोनी विदेश मंत्री ने अपनी सरकार की ओर से रियाज़ को सऊदी अरब के राष्ट्रीय दिवस की बधाई भी दी।
हालाँकि पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान के बाद देश में आपत्ति और आलोचना का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तान के हर वर्ग से कार्यकारी विदेश मंत्री के बयान की आलोचना की जा रही है।